सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय | Biography of Sachin Tendulkar in Hindi [2024]

सचिन तेंदुलकर जीवनी (बायोग्राफी), अचीवमेंट्स व अनमोल विचार, पहला मैच (Sachin Tendulkar Biography, lifestyle, records, awards, Quotes, In Hindi )

सचिन-तेंदुलकर-का-जीवन-परिचय

सचिन तेंदुलकर एक ऐसा नाम है जो न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। उन्हें क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। आज भी वे क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। सचिन तेंदुलकर ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्हें हर कोई पसंद करता है क्योंकि उनका व्यक्तित्व और क्रिकेट रिकॉर्ड बहुत शानदार थे। सचिन तेंडुलकर क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ रहे हैं।

भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले वह सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। इसके अलावा राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाले वे पहले क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सन् 2008 में वे ‘पद्म विभूषण’ से भी पुरस्कृत किये जा चुके है। सचिन तेंदुलकर भूतपूर्व राज्य सभा सांसद भी रह चुके हैं। सन् 2012 में उन्हें राज्य सभा सदस्य के रूप में नामित किया गया था।

दोस्तों! इस लेख में हम आपके साथ सचिन तेंदुलकर से जुड़ी ढेर सारी जानकारी साझा करेंगे। तो दोस्तों शुरू करते हैं-

नाम (Name) सचिन रमेश तेंदुलकर
उपनाम (Nick name) क्रिकेट के भगवान, लिटिल मास्टर, मास्टर ब्लास्टर
जन्म (Date of birth) 24 अप्रैल 1973,(राजापुर, मुंबई, महाराष्ट्र, इंडिया) (2022 में 49 वर्ष)
स्कूल (School) इंडियन एजुकेशनसोसाइटी, न्यू इंग्लिश स्कूल बांद्रा (पूर्व), मुम्बई शारदाश्रम विद्यामंदिर स्कूल दादर, मुंबई
कॉलेज (College) खालसा कॉलेज मुंबई, (Drop out)
कार्य (Profession) पूर्व क्रिकेटर
नागरिकता (Nationality) भारतीय
पता (Address) 19 – ए, पैरी क्रॉस रोड, बांद्रा (वेस्ट) मुंबई
मेरीटियल स्टेटस (Marital status) विवाहिक (24 मई 1995)
बेटिंग स्टाइल (Batting Style) राईट हैंडेड
बोलिंग स्टाइल (Bowling Style) राईट-आर्म लेग स्पिन, ऑफ स्पिन, मीडियम पेस
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सचिन तेंदुलकर का प्रारंभिक जीवन – जन्म, परिवार, शिक्षा, क्रिकेट की शुरुआत (Sachin Tendulkar Early Life – Birth, family, education, start of cricket )

सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को राजापुर के मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ। उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने सचिन का नाम अपने चहेते संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था। सचिन के पिता मराठी स्कूल में शिक्षक थे। उनकी मां रजनी तेंदुलकर एलआईसी कंपनी में काम करती थी।

उनके बड़े भाई अजीत तेंदुलकर, नितिन तेंदुलकर और एक बहन सविता तेंदुलकर हैं। सचिन तेंदुलकर ने 24 मई, 1995 को अंजलि मेहता से शादी की, जो बाल रोग विशेषज्ञ हैं। सचिन और अंजलि दोनो पहली बार मुंबई एयरपोर्ट पर मिले थे, इनके दो बच्चें है, बड़ी बेटी सारा तेंदुलकर और बेटा अर्जुन तेंदुलकर।

बचपन से ही सचिन का रुझान क्रिकेट की ओर रहा है वे अक्सर अपने मोहल्ले में दोस्तों के साथ दिनभर क्रिकेट खेला करते थे। उनके क्रिकेट के हुनर को उनके बड़े भाई अजीत बखूबी जानते थे। इसीलिए उन्होंने अपने पिता से कहकर सचिन का दाखिला शारदाश्रम विद्यामंदिर इंटरनेशनल स्कूल में करवाया। क्योंकि इस स्कूल की क्रिकेट टीम बहुत अच्छी थी।

उनके बड़े भाई अजीत तेंदुलकर ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिये हमेशा प्रोत्साहित किया। उन्होंने प्रशिक्षक (कोच) रमाकान्त अचरेकर से सचिन का क्रिकेट प्रशिक्षण दिलवाया। सचिन तेज गेंदबाज बनने के लिये एम०आर०एफ० पेस फाउण्डेशन के अभ्यास कार्यक्रम में भी शिरकत की पर वहाँ तेज गेंदबाजी के कोच डेनिस लिली ने उन्हें पूर्ण रूप से अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा था।

सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट करियर (Cricket career of Sachin Tendulkar)

सचिन तेंदुलकर ने छोटी सी उम्र से ही कड़ी ट्रेनिंग ली, कई मैच खेले और जल्द ही उनका नाम पूरे मुंबई में मशहूर हो गया। जब भी वो स्कूल के मैच में बल्लेबाजी करने के लिए जाते थे, तो कानाफूसी होती थी, क्योंकि उन्हें बल्लेबाजी करते देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो जाती थी।

अपने स्कूल के सहपाठी विनोद कांबली के साथ शुरुआत में उन्होंने 664 की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग साझेदारी में 326* रन बनाए थे, जो उस समय प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के किसी भी रूप में सर्वोच्च साझेदारी थी। सचिन पहले मुंबई टीम का हिस्सा थे। हालाँकि, वे वरिष्ठ गेंदबाजों का सामना करने के लिए उम्र में बहुत छोटे थे, पर जज्बा बहुत बड़ा। उन्होंने 14 साल की उम्र में अपना पहला घरेलू मैच खेला।

तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। उन्हें नवंबर 1989 में पाकिस्तान दौरे के लिए टेस्ट टीम में चुना गया था। इस मैच में उनकी नाक में चोट भी आई, पर उन्होंने चिकित्सा सहायता से इनकार कर दिया, उन्होंने अपना खून पोंछा और बल्लेबाजी करना जारी रखा। इस मैच में उन्होंने 57 रन बनाएं थे।

पाकिस्तान के दौरे के बाद, उन्होंने न्यूजीलैंड का दौरा किया, वहां टेस्ट मैच में उन्होंने 88 रन बनाए। जब भारत ने 1990 में इंग्लैंड का दौरा किया, सचिन ने मैनचेस्टर में चौथी पारी में 119 * रन बनाए। मैनचेस्टर में शतक बनाने के बाद, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 148 रन बनाए। सचिन तेंदुलकर ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बन गए।

तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ 194* रन, सिडनी में 2004 में 241* रन और 2004 में 5 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में पाकिस्तान के खिलाफ 141 रन बनाए थे। सचिन तेंदुलकर ने अगले कुछ वर्षों में कई रिकॉर्ड तोड़े। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में ब्रायन लारा के 11,953 रनों के रिकॉर्ड को तोड़कर टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।

तेंदुलकर ने मेलबर्न में पहले फाइनल में 117* रन और ब्रिस्बेन में दूसरे फाइनल में 91 रन बनाए। 2010 में दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने अपना 50 वां और 51 वां टेस्ट शतक बनाया। उन्हें 2010 में ICC प्लेयर ऑफ द ईयर और ODI प्लेयर ऑफ द ईयर भी चुना गया था। तेंदुलकर ने 24 फरवरी 2010 को, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 200* रन बनाने वाले पहले व्यक्ति थे। 2011 के विश्व कप में तेंदुलकर ने 482 रनों के साथ शानदार बल्लेबाजी की।

सचिन तेंदुलकर ने बांग्लादेश के खिलाफ भारत को 290 रन बनाकर अपना 100 वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया। उसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ उनका 51 वां अंतिम एकदिवसीय मैच था, क्योंकि उन्होंने 23 दिसंबर 2012 को एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी।

सचिन तेंदुलकर का इंटरनेशनल डेव्यू (International Debut of Sachin Tendulkar)

सचिन के इंटरनेशनल डेब्यू की सूची नीचे दी गई है-

ODI मैच 18 दिसम्बर 1989 को इंडिया और पाकिस्तान के बीच गुजरांवाला में खेला
Test मैच 15 नवम्बर 1989 को इंडिया और पाकिस्तान के बीच कराची में खेला
T–20 मैच 1 दिसम्बर 2006 को इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच जोंसबर्ग में खेला

सचिन तेंदुलकर के बल्लेबाजी आंकड़े (Batting stats of Sachin Tendulkar)

  Test format ODI format T20 format Ipl
मैच 200 463 1 78
इनिंग्स 329 452 1 78
रन 15,921 18,426 10 2,334
एवरेज 53.79 44.83 10.0 33.83
उच्चतम स्कोर 248 200 10 100
स्ट्राइक रेट 54.08 86.24 83.33 119.82
100 51 49 0 1
50 68 96 0 13

सचिन तेंदुलकर की कप्तानी (Captaincy of Sachin Tendulkar)

क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर 7 साल के अनुभव के बाद 1996 में 23 साल की उम्र में टीम के कप्तान बने, उनकी कप्तानी बहुत खराब साबित हुई। उनकी कप्तानी में भारत, 25 मैचों में केवल 4 मैच ही जीत पाया इसके बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी। सचिन पर मैच फिक्सिंग का आरोप भी लगा था। इसके बाद ‘सौरव गांगुली’ सन् 2000 में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बने जिसने क्रिकेट की दुनिया में तूफान ला दिया था।

उन्होंने शारजाह में भारत को फाइनल में पहुंचाने के लिए कोका कोला कप के लीग चरणों में शानदार 143 रन बनाए, और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में 134 रन बनाकर अकेले ही भारत को जीत के नज़दीक लाए।

1999 के विश्व कप के दौरान तेंदुलकर के पिता की मृत्यु हो गई। अगले मैच में उन्होंने केन्या के खिलाफ शानदार 140 रन बनाए। 2001 में, उन्होंने भारत में ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट मैच में शतक बनाया, जिससे उन्हें एक शानदार जीत मिली।

2011 वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar in 2011 World Cup)

सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर में 1992 से 2011 तक छह बार विश्व कप (world cup) में भाग लिया था, जिसमें उन्होंने फाइनल (2003 और 2011) में दो प्रदर्शन किए। 2011 आईसीसी क्रिकेट का दसवां विश्व कप भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में खेला गया था।

भारत ने 2 अप्रैल 2011, शनिवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में, फाइनल मैच में श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर यह मैच जीता, इस प्रकार भारत अपने ही देश में फाइनल क्रिकेट विश्व (world cup) कप जीतने वाला पहला देश बन गया। इस मैच को जीतने में सचिन तेंदुलकर का बहुत बड़ा योगदान रहा।

सचिन तेंदुलकर ने 2011 विश्व कप में अपनी शानदार बल्लेबाजी से क्रिकेट प्रेमियों को आश्चर्य चकित कर दिया। तेंदुलकर ने 9 पारियों में 53.55 की आकर्षक औसत से 2 अर्धशतक और 2 शतकों की सहायता से 482 रन बनाए थे। इस प्रकार उन्होंने बहुत शानदार पारी खेली। और क्रिकेट प्रेमियों के चहेते सितारे बन गए।

सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट से संन्यास (Sachin Tendulkar retires from cricket)

क्रिकेट में आज तक जो उपलब्धि सचिन तेंदुलकर ने प्राप्त की है उतना कोई भी नहीं पहुंच पाया है। 2012 में उन्होंने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की जिसके कारण उनके फैंस बहुत दुखी हुए लोगों ने इसका विरोध भी किया पर 2013 में सचिन ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया। स्टेडियम में ही उन्होंने जोशीला भाषण दिया, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया कि “सचिन सचिन मेरी आखिरी सांस तक मेरे कानों में गूंजेंगे” और इस प्रकार उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया।

सचिन तेंदुलकर ने 16 नवंबर, 2013 को, टेस्ट क्रिकेट से 24 साल बाद मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में टेस्ट क्रिकेट को अश्रुपूर्ण विदाई दी। उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 200वां टेस्ट मैच पूरा किया। इस मैच में सचिन ने 74 रनों की शानदार पारी खेली थी। उन्होने अपने पूरे क्रिकेट करियर में 34,000 रन बनाए थे, जिसमे 100 शतक भी शामिल है। आज तक इस रिकॉर्ड को कोई अन्य क्रिकेट खिलाड़ी तोड़ नहीं पाया है।

World records of Sachin Tendulkar [सचिन तेंदुलकर के विश्व रिकॉर्ड]

वैसे तो सचिन के नाम क्रिकेट जगत में दुनिया के कई विश्व रिकॉर्ड है, लेकिन हम इस आर्टिकल में उनके कुछ बड़े विश्व रिकॉर्ड के बारे में बताएंगे जिनकी वजह से उन्हें क्रिकेट जगत में इतनी ख्याति प्राप्त हुई। यह रिकॉर्ड है–

  1. दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट तथा वन डे इंटरनेशनल (ODI) मैच खेलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है। सचिन ने 200 टेस्ट तथा 463 वनडे मैच खेले हैं।
  2. सचिन वनडे टेस्ट t20 में संयुक्त रूप से इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज है। इनका यह रिकॉर्ड अभी तक कोई बल्लेबाज नहीं तोड़ पाया है।
  3. इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम है। इन्होंने 664 मैचों में 48.52 की औसत से टेस्ट व वनडे में 100 शतक बनाए हैं। वर्ष 2022 तक विराट कोहली व रिकी पोंटिंग 71 शतक के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं।
  4. सचिन वनडे इंटरनेशनल में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर हैं। सचिन ने यह रिकॉर्ड ग्वालियर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2010 में बनाया था।
  5. सबसे ज्यादा शतक लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड के अलावा सचिन का एक और रिकॉर्ड भी है जिसके आसपास वर्तमान में कोई दूसरा बल्लेबाज नहीं है। यह रिकॉर्ड है सबसे ज्यादा बार ‘नर्वस 90’ का शिकार होना। सचिन 90 से 100 के बीच इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी प्रारूपों में 28 बार आउट हो चुके हैं।

सचिन तेंदुलकर की उपलब्धियां और पुरस्कार (Achievements and Awards of Sachin Tendulkar)

सचिन ने अपने क्रिकेट करियर में कई रिकॉर्ड बनाए हैं और कई रिकॉर्ड तोड़े भी। आज भी उनके कई रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया है। उन्हें क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन के कारण भारत रत्न, पद्मश्री, पद्मभूषण जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उनके पुरस्कारों की सूची इस प्रकार है-

पुरस्कार सन्
Bharat Ratna 2013
Padma Shri 1999
Wisden Cricketer of the Year 1997
Rajiv Gandhi Khel Ratna 1997
Padma Vibhushan 2008
Wisden Leading Cricketer in the World 2010
Maharashtra Bhushan 2001
Arjuna Award 1994
ICC ODI Team of the Year 2010 , 2007 , 2004
Castrol Indian Cricketer of the Year 2011
Wisden India Outstanding Achievement Award 2012
BCCI Cricketer of the Year 2011

इसके अलावा भी उन्हें कई अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

सचिन तेंदुलकर से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting facts about Sachin Tendulkar)

अब जानते हैं सचिन तेंदुलकर से जुड़े रोचक तथ्य-

  1. सचिन तेंदुलकर भारत रत्न पाने वाले एकमात्र भारतीय क्रिकेटर हैं इन्हें सबसे कम उम्र में यह पुरस्कार मिला। इसके अलावा इन्हें राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार और पद्म श्री पुरस्कार भी मिला है।
  2. 1992 में, सचिन टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन तक पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे।
  3. 1998 में, उन्होंने 1,894 एकदिवसीय रन बनाए, जो किसी भी बल्लेबाज द्वारा एकदिवसीय रन बनाने का रिकॉर्ड है।
  4. वह 1995 में अपना भेष (नकली दाढ़ी मूछ लगाकर) बदलकर रोजा फिल्म देखने के लिए गए थे, लेकिन सिनेमा हॉल में भीड़ ने उन्हें पहचान लिया था।
  5. उसके पास इत्र और घड़ियों का अच्छा खासा संग्रह (collection) है।
  6. पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में उन्होंने सुनील गावस्कर द्वारा उन्हें उपहार में दिए गए पैड पहने थे।
  7. तेंदुलकर राज्यसभा के लिए नामांकित होने वाले भारत के एकमात्र क्रिकेटर हैं।
  8. उन्होंने पहला ब्रांड हेल्थ ड्रिंक ‘बूस्ट’ को समर्थन किया था।
  9. उन्होंने 1988 में ब्रेबोर्न स्टेडियम में भारत के खिलाफ एक दिवसीय टेस्ट मैच के दौरान पाकिस्तान के लिए फील्डिंग भी किया था।
  10. सचिन 3.2lbs (1.451 kilograms) वजन के बहुत भारी बल्ले से बल्लेबाजी करते थे।
  11. सचिन का नाम महान संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा गया था क्योंकि उनके पिता सचिन देव बर्मन के बहुत बड़े प्रशंसक थे।
  12. 2002 में, विजडन ने उन्हें सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के बाद अब तक का दूसरा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का दर्जा दिया।
  13. सचिन को ‘वड़ा-पाओ’ बहुत पसंद है, जो महाराष्ट्रीयन का लोकप्रिय नाश्ता है।
  14. सचिन तेंदुलकर एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, लेकिन उनके कोच डेनिस लिली ने उन्हें बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिए कहा।
  15. सचिन के नाम अभी भी एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक शतक बनाने का रिकॉर्ड है 1998 में उन्होंने 9 एकदिवसीय शतक बनाए थे।
  16. तेंदुलकर ने पाकिस्तानी बल्लेबाज इंजमाम-उल-हक को एक बार टेस्ट में और सात बार वनडे में आउट किया है।
  17. सचिन तेंदुलकर सौरव गांगुली को ‘बाबू मोशाई’ कहते हैं जबकि गांगुली उन्हें ‘छोटा बाबू’ कहते हैं।
  18. उन्होंने छह विश्व कप में 56.95 की आश्चर्यजनक औसत से 2,278 रन बनाए।
  19. उन्हें टेनिस बॉल क्रिकेट खेलना और बारिश के ब्रेक के दौरान डार्ट्स खेलना पसंद था।
  20. सचिन अपने समय में क्रिकेट खेलने वाले भारत के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे।
  21. उन्होंने अपने गुरु रमाकांत आचरेकर से बिना आउट हुए 13 सिक्के प्राप्त किया था।
  22. सचिन ने अपनी पहली कार मारुति-800 खरीदा था।
  23. अक्टूबर 1995 में 31.5 करोड़ रुपये के पांच साल के कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर करने के बाद सचिन सबसे अमीर क्रिकेटर बन गए थे।

सचिन तेंदुलकर के प्रेरणादायक विचार (Sachin Tendulkar qouets)

सचिन तेंदुलकर ऐसे इंसान हैं जिनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है। आइए जानते हैं उनके द्वारा कहे गए प्रेरणादायक विचार-

“मुझे हारने से नफरत है और क्रिकेट मेरा पहला प्यार है, एक बार जब मैं मैदान में प्रवेश करता हूं तो यह पूरी तरह से एक अलग क्षेत्र होता है और जीतने की भूख हमेशा रहती है।”

“मैंने कभी किसी से अपनी तुलना करने की कोशिश नहीं की।”

“मेरा हमेशा से भारत के लिए खेलने का सपना था लेकिन मैंने इसे कभी अपने ऊपर दबाव नहीं बनने दिया।

“अपने सपनों का पीछा करना बंद न करें, क्योंकि सपने सच होते हैं।”

“अगर नियति आप पर पत्थर फेंके तो उसे चक्की का पाट न बनने दें। इसे मील का पत्थर बनाएं।”

“मैं बस इसे सरल रखता हूं। गेंद को देखें और योग्यता के आधार पर खेलें।”

“जहां तक विश्व कप की बात है तो यह एक प्रक्रिया है। हम सीधे 50वीं मंजिल पर नहीं जाना चाहते। हमें भूतल से शुरुआत करनी चाहिए।”

“हर व्यक्ति का अपना अंदाज होता है, मैदान पर और बाहर खुद को पेश करने का अपना तरीका होता है।”

“अगर आप विनम्र बने रहेंगे तो खेल खत्म करने के बाद भी लोग आपको प्यार और सम्मान देंगे।”

“लोग आप पर पत्थर फेंकते हैं और आप उन्हें मील के पत्थर में बदल देते हैं।”

“भारत में 20 करोड़ से अधिक निरक्षर महिलाएं हैं। यह कम साक्षरता न केवल उनके जीवन बल्कि उनके परिवारों और देश के आर्थिक विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। एक लड़की की शिक्षा की कमी का उसके बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।”

“भारत भर के स्कूलों में शिक्षक, पुस्तकालय, खेल के मैदान और यहां तक ​​कि शौचालय भी नहीं हैं। मैं खाली क्लासरूम, खाली लाइब्रेरी नहीं देखना चाहता। मैं क्रिकेट या फुटबॉल के मैदानों पर मवेशियों को चरते हुए नहीं देखना चाहता।”

“मेरा दृष्टिकोण यह है कि जब मैं क्रिकेट खेल रहा होता हूं तो मैं यह नहीं सोच सकता कि यह खेल कम या ज्यादा महत्वपूर्ण है।”

तो दोस्तों सचिन तेंदुलकर जीवनी – Biography of Sachin Tendulkar in Hindi Jivani आपको कैसा लगा, हमें कमेंट करके जरूर बताएं अगर अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें।

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